तुम तो ठहरे परदेसी, साथ क्या निभाओगे… पर झूमे लोग, ददरी मेला में कव्वाली नाइट्स का उठाया लुत्फ

तुम तो ठहरे परदेसी, साथ क्या निभाओगे… पर झूमे लोग, ददरी मेला में कव्वाली नाइट्स का उठाया लुत्फ
Ballia News : बलिया में ददरी मेला में आयोजित कव्वाली नाइट्स में युवाओं के साथ उन लोगों ने भी अल्ताफ राजा के गानों का लुत्फ उठाया जो एक जमाने से उन्हें सुनते आ रहे हैं। ददरी मेला के भारतेंदु कला मंच पर अल्ताफ राजा के सुर गूंजे तो दर्शक भी सुर मिलाते दिखे।
ददरी मेला के मंच पर जानेमाने गायक अल्ताफ राजा ने बिखेरा जलवा।
ददरी मेला के ऐतिहासिक भारतेंदु कला मंच के तत्वावधान में कव्वाली नाइट्स कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। कव्वाली नाइट्स में बलिया पहुंचे ख्यातिलब्ध गायक अल्ताफ राजा ने समा बांध दिया। तुम तो ठहरे परदेसी… गीत से मशहूर हुए पार्श्व गायक और कव्वाल अल्ताफ राजा के सुरों पर रविवार की रात भृगु नगरी जमकर झूमी।

ददरी मेला के भारतेंदु कला मंच पर अल्ताफ राजा के सुर गूंजे तो दर्शक भी सुर मिलाते दिखे। एक बार फिर बढ़ी ठंड में अल्ताफ राजा के गानों ने माहौल गर्म किया। रंग बिरंगी रोशनी से सराबोर मंच पर एक ओर पार्श्व गायक अल्ताफ राजा थे तो दूसरी ओर दर्शक दीर्घा में युवाओं की भीड़, जो उनके साथ सुर में सुर मिलाती रही। अल्ताफ ने आवारा हवा का झोंका हूं, आ निकला हूं पल दो पल के लिए… गाने से शुरुआत की।

इस दौरान भृगु बाबा के जयघोष से पूरा पंडाल गूंजायमान हो उठा। इसके बाद डम-डम डिगा-डिगा मौसम भींगा-भींगा, बिन पीये मैं तो गिरा, मैं तो गिरा हाय अल्ला, सूरत आपकी सुभान अल्ला…पर श्रोताओं की जमकर तालियां बटोरी। इसके बाद तुमसे कितना प्यार है इसके बाद जा बेवफा जा, पहले तो कभी कभी गम था पर सबको झुमाया।

इश्क और प्यार का मजा लीजिए, पहले तो कभी कभी गम था, तुमसे कितना प्यार है जैसे गीत गाए तो युवा एक के बाद एक फरमाइशें दोहराते रहे। दर्शकों की मांग पर अल्ताफ़ ने जब तुम तो ठहरे परदेशी साथ क्या निभाओगें… गाया तो सभी श्रोताओं ने भी अपनी आवाज से उनका भरपूर साथ दिया। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी के प्रतिनिधि, मुख्य राजस्व अधिकारी त्रिभुवन ने अन्य अतिथियों के साथ दीप प्रज्वलित कर किया।

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