यूपी विधानसभा बजट सत्र; CM योगी बोले- समाजवादी अपने बच्चों को अंग्रेजी मीडियम में भेजते हैं, दूसरों से कहते हैं उर्दू पढ़ो, सदन कल 11 बजे तक स्थगित – UP ASSEMBLY BUDGET SESSION
यूपी विधानसभा का बजट सत्र आज से.
यूपी विधानसभा का बजट सत्र आज से.
लखनऊ : यूपी विधानसभा का बजट सत्र सुबह 11 बजे से शुरू हुआ. अभिभाषण के लिए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल विधानसभा पहुंचीं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना भी पहुंचे. राज्यपाल ने अभिभाषण शुरू ही किया था कि हाथों में बैनर-पोस्टर लिए सपाइयों ने हंगामा कर दिया. राज्यपाल वापस जाओ के नारे भी लगाए. इन सबके बीच राज्यपाल ने संक्षिप्त अभिभाषण दिया.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रयागराज में कराए जा रहे दिव्य-भव्य महाकुंभ का विशेष उल्लेख किया. राज्यपाल ने 10 मिनट तक संबोधित किया. कहा कि उनकी सरकार को इस वर्ष दिव्य एवं भव्य महाकुंभ आयोजन का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. महाकुम्भ में स्वच्छता, सुरक्षा तथा सुव्यवस्था के नए मानक गढ़े गए हैं. यह आयोजन जहां एक ओर अनेकता में एकता को दर्शाता है, वहीं दूसरी ओर समता व समरसता का संदेश भी दे रहा है, जिससे ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की अवधारणा साकार हो रही है. अब तक लगभग 50 करोड़ से अधिक श्रद्धालुजन पावन त्रिवेणी में आस्था की पवित्र डुबकी लगा चुके हैं.
राज्यपाल ने मौनी अमावस्या पर घटी दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि इससे हम सभी बेहद दुखी हैं. इसमें कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए. कुछ श्रद्धालुओं की मृत्यु भी हो गई. राज्यपाल ने इस बात का विशेष उल्लेख किया कि महाकुम्भ प्रयागराज में त्रिवेणी तट पर 22 जनवरी, 2025 को मंत्रिपरिषद की ऐतिहासिक बैठक भी आयोजित की गई. इसमें प्रदेश हित में कई निर्णय लिए गए. राज्यपाल का अभिभाषण 46 पन्ने में लिखा गया था, लेकिन उन्होंने बहुत ही संक्षिप्त तरीके से इसे समाप्त कर दिया.
इसके बाद सदन की आगे की कार्यवाही 12:30 बजे से फिर शुरू हुई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में अपनी बात रखी. मंत्री सुरेश खन्ना भी बोले. इसके कुछ देर बाद सदन की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई. वहीं इस बारे में कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा मोना का कहना है कि राज्यपाल सरकार के झूठ की भागीदार नहीं बनना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने अपने अभिभाषण को बहुत संक्षिप्त किया. उन्होंने केवल पहले और आखिरी पन्ने को ही पढ़ा.
विधानसभा में 19 फरवरी को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण पर चर्चा होगी. इसके बाद 20 फरवरी को वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना बजट पेश करेंगे. इसके बाद 21 फरवरी को फिर से राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा होगी. 22 व 23 फरवरी को शनिवार व रविवार होने के कारण बैठक नहीं होगी.
24 फरवरी को आय-व्यय पर चर्चा के साथ विधायी कार्य होंगे. 25 फरवरी को फिर से बजट पर चर्चा होगी. 26 फरवरी को महाशिवरात्रि है. लिहाजा अवकाश के कारण कार्यवाही नहीं होगी. 27 व 28 फरवरी को बजट पर चर्चा के साथ विधायी कार्य होंगे. इसके बाद एक व दो मार्च को शनिवार व रविवार होने के कारण सदन की कार्यवाही नहीं चलेगी. 3 और 4 मार्च को विधायी कार्य होंगे. 5 मार्च को सरकार बजट पास कराएगी.
20 फरवरी को करीब 8 लाख करोड़ का बजट वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना पेश करेंगे. साल 2022 मार्च में जब से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूसरी सरकार बनी है तब से कोई भी विधानसभा सत्र 7 दिन से अधिक संचालित नहीं किया गया है. ऐसे में पिछले 3 साल का यह रिकॉर्ड होगा जब सत्र 16 दिनों तक चलेगा.
बजट में सरकार कुछ जनकल्याणकारी योजनाओं की घोषणा भी कर सकती है. इसके अतिरिक्त मुख्य रूप से विकास पर भी जोर रहेगा. इस बार बजट सत्र से पूर्व विधानसभा में एक अनूठी पहल की गई. अब विधानसभा की कार्यवाही हिंदी के साथ-साथ अवधी, ब्रज, भोजपुरी, बुंदेली और अंग्रेजी भाषाओं में भी सुनी जा सकेगी. यह देश की किसी भी विधानसभा में अपनी तरह का पहला प्रयोग है, जिसका उद्देश्य प्रदेश के आम नागरिकों, विशेषकर ग्रामीण अंचल के लोगों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया से और अधिक जोड़ना है.
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने इस पहल पर कहा कि उत्तर प्रदेश एक विशाल और विविधता से भरा राज्य है, जहां अलग-अलग क्षेत्रों की अपनी विशिष्ट बोलियां और भाषाएं हैं. ऐसे में यह आवश्यक था कि प्रदेश की विधानसभा अपनी जनता से अधिक से अधिक जुड़ाव स्थापित करे. उन्होंने कहा कि हिंदी हमारी राजभाषा है, लेकिन क्षेत्रीय भाषाओं को भी बढ़ावा देना जरूरी है. इससे न केवल जनप्रतिनिधियों को अपनी मातृभाषा में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता मिलेगी, बल्कि आम नागरिक भी अपनी भाषा में विधानसभा की कार्यवाही सुन सकेंगे.
विधानसभा अध्यक्ष महाना ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सहयोग और दिशा-निर्देशन में उत्तर प्रदेश विधानसभा जो प्रयास कर रही है, उसे पूरे देश की विधानसभाएं अपना रही हैं. यह पहल लोकतंत्र को और अधिक मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे जनप्रतिनिधियों और आम नागरिकों के बीच संवाद और अधिक प्रभावी और सहज हो सकेगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विधानसभा के नए प्रवेश द्वार का उद्घाटन किया और भित्ति चित्रों का लोकार्पण किया. इन भित्ति चित्रों में उत्तर प्रदेश के समग्र विकास को दर्शाया गया है. महिला सशक्तिकरण, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उन्नति, औद्योगिक विस्तार तथा सामाजिक समरसता को इन चित्रों के माध्यम से खूबसूरती से उकेरा गया है. प्रदेश में हो रहे विकास को रेखांकित करते हुए इन चित्रों में ‘नए उत्तर प्रदेश’ की परिकल्पना को साकार किया गया है.