24 पेज का सुसाइड नोट और 1.21 घंटे का एक वीडियो , पत्नी और उसके परिजनों पर उत्पीड़न का आरोप

जौनपुर : बेंगलुरु की एक बड़ी कंपनी में काम करने वाले AI इंजीनियर अतुल सुभाष ने अपने घर पर आत्महत्या कर ली। उन्होंने 24 पेज का सुसाइड नोट और 1.21 घंटे का एक वीडियो छोड़ा है, जिसमें अपनी पत्नी और उसके परिजनों पर उत्पीड़न और उसके खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने का आरोप लगाया है। अपने सुसाइड नोट में कहा, “मैं पैसे देने से इनकार करता हूं और मौत को चुनता हूं। मैं नहीं चाहता कि मेरे पैसे का इस्तेमाल मेरे विरोधियों द्वारा मुझे और मेरे परिवार को प्रताड़ित करने के लिए किया जाय। बिहार के समस्तीपुर निवासी 34 वर्षीय अतुल ने अपनी जिंदगी का जो दर्द लोगों से साझा किया, उसे सुनकर और पढ़कर हर किसी का कलेजा मुंह को आ जा रहा है। कारण कि, सुबास ने निजी और सार्वजनिक जीवन के एक-एक पन्ने को खोलकर बताया है। विभिन्न सोशल और मीडिया साइटों पर चल रही वीडियो में अतुल ने बताया कि कैसे और कहां उसकी और जौनपुर के रुहट्टा निवासी नीकिता की शादी हुई।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अतुल के ससुर यानी नीकिता के पिता अक्सर बीमार रहते थे। उनका इलाज चल रहा था, इसलिए कम उम्र में ही शादी हो गई। शादी के बाद सबकुछ ठीक चल रहा था। इसी बीच ससुर की मौत हो गई। उस घटना के बाद ससुराल वालों के साथ मिलकर नीकिता ने मुकदमा दर्ज करा दिया कि दहेज में मैंने 10 लाख रुपये की मांग की। पैसा न होने के कारण चिंतित हुए नीकिता के पिता की मौत हो गई। अतुल के अनुसार, उन्हें बार-बार कोर्ट में तारीख देकर बुलाया जाता था। इससे उसपर आर्थिक और मासिक बोझ पड़ने लगा।अतुल ने सुसाइड से पहले वीडियो में बताया कि किस तरह से ससुराल वाले और पत्नी ने उन्हें प्रताड़ित किया। आरोप लगाया कि पत्नी, सास, साला और चचेरे ससुर ने पैसे ऐेंठने के लिए साजिश रची। उन्हें और उनके परिवार को झूठे केसों में फंसाया। कहा कि दो सालों में अब तक कोर्ट में 120 तारीखें लग चुकी हैं। इनमें 40 बार खुद बेंगलुरु से जौनपुर पेशी के लिए आए। इसके अलावा उनके माता पिता को भी चक्कर काटने पड़ रहे हैं। कोर्ट से मिली तारीखों पर भी कुछ नहीं होता था। कभी हड़ताल, कभी शोकसभा तो कभी कुछ और मामला होता था।यह भी पढ़े Road Accident in Ballia : सड़क हादसे में युवक की मौत, एक घायलवायरल वीडियो के अंत में अतुल ने अपनी कुछ मांगें रखीं। अपने माता पिता से हाथ जोड़कर माफी मांगी। कहा कि जिस उम्र में माता-पिता का सहारा बनना चाहिए, उस उम्र में वह दुनिया छोड़कर जा रहा है। उन्होंने अपनी पत्नी के लिए कहा है कि ‘मेरे मरने के बाद शरीर के आसपास भी वह और उसके मायके वाले न आएं जब तक न्याय नहीं मिल जाता। प्रताड़ित करने वालों को सजा नहीं मिल जाती, तब तक अस्थियां विसर्जित न की जाएं। यदि न्याय न मिले तो अस्थियों को गटर में बहा दिया जाए।यह भी पढ़े जी हां ! 15 दिसम्बर तक रहेगा बलिया का ददरी मेला, उठाएं लुफ्तअतुल ने वीडियो में बताया कि उसके खिलाफ कुल नौ मामले पत्नी और ससुराल वालों ने दर्ज कराए। उसमें 302 यानी मर्डर का केस। अतुल के अनुसार- उन पर आरोप है कि अपने ससुर से 10 लाख रुपये मांगे और उन्हें आघात लगा, जिससे मौत हो गई। दूसरा केस सीआरपीसी 125 के तहत मेंटिनेंस के लिए, जिसमें पत्नी ने दो लाख रुपये प्रति माह मांगा था। इसके अलावा भी कई मामलों का जिक्र किया है। अतुल ने पत्नी निकिता पर तीन करोड़ रुपये हर्जाना मांगने का आरोप लगाया है। वीडियो में उन्होंने ने कोर्ट के एक समय का जिक्र किया। कहा कि पत्नी पहले एक करोड़ मांग रही थी, बाद में तीन करोड़ मांगने लगी।ससुराल में मीडिया का जमावड़ाबेंगलुरु में फंदा लगाकर खुदकुशी करने वाले अतुल सुबास की ससुराल यानी जौनपुर में आरोपी पक्ष के घर के पास मंगलवार की शाम को काफी लोगों का जमावड़ा रहा। सबसे ज्यादा संख्या मीडियाकर्मियों की रही। खोवा मंडी में रहने वाली अतुल की सास और उनका साला मिला। दोनों ने पहले तो इस मामले में कुछ भी बात करने से मना किया, लेकिन बाद में बोले कि सुबह करीब 10 बजे जानकारी मिली है।अतुल की सास ने अपनी बेटी का पक्ष लेते हुए कहा कि मैं जब बेंगलुरु गई थी तो वहां अतुल ने मेरी बेटी को प्रताड़ित किया था। मेरे आंख के सामने उसने मारा था और टिकट कराकर जौनपुर भेज दिया था। उसके बाद ही कोर्ट में केस दाखिल किया गया था। हालांकि अतुल के साले ने कुछ नहीं बोला। उधर, कचहरी में इस घटना की खूब चर्चा होती रही। अतुल सुबास पर दर्ज हुआ था मुकदमाबेंगलुरु में आत्महत्या करने वाले एआई इंजीनियर अतुल सुबास मोदी के खिलाफ जौनपुर में उसकी पत्नी ने करीब दो साल पहले मुकदमा दर्ज कराया था। सोशल मीडिया पर अतुल के सुसाइड नोट और मरने से पहले बनाए गए वीडियो जैसे ही वायरल हुआ, जिले की पुलिस भी मामले की तह तक जाने में जुट गई। शाम तक पुलिस अधीक्षक प्रत्येक थाने से डिटेल मंगाने में जुटे रहे। इन सबके बीच पता चला कि अतुल और उसके परिवार वालों के खिलाफ 14 अप्रैल 2022 को जौनपुर कोतवाली में केस दर्ज किया गया था। उस मामले में तत्कालीन महिला उप निरीक्षक प्रियंका ने विवेचना करके 30 अगस्त 2022 को आरोप पत्र भी न्यायालय में भेज दिया था।

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