बनारस हाउसफुल! महाकुंभ की भीड़-पर्यटकों से पूरी काशी ठसाठस, सावन का रिकार्ड टूटा; बंद करने पड़े 12वीं तक के स्कूल

बनारस हाउसफुल! महाकुंभ की भीड़-पर्यटकों से पूरी काशी ठसाठस, सावन का रिकार्ड टूटा; बंद करने पड़े 12वीं तक के स्कूल – UP SCHOOL HOLIDAY
10 लाख के ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे वाराणसी, मौनी अमावस्या को देखते हुए भक्तों की और भीड़ आएगी, हर-सड़क, हर गली में लोग ही लोग

काशी में उमड़ी रिकार्ड तोड़ भीड़.
वाराणसीः धर्मनगरी काशी में महाकुंभ की भीड़ के चलते 27 जनवरी से 5 फरवरी तक कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है. इस दौरान स्कूलों की तरफ से ऑनलाइन कक्षाएं संचालित की जाएगी. महाकुंभ की भीड़ से काशी तकरीबन हाउसफुल हो गई है. लाखों की तादाद में लोग नजर आ रहे हैं. गलियां और रोड जाम से जूझ रहे हैं. बच्चों को कोई परेशानी न हो इसके लिए प्रशासन ने 5 फरवरी तक स्कूल बंद रखने का निर्णय लिया है.

आखिर 5 फरवरी तक स्कूल क्यों बंदः काशी में महाकुंभ आने वाले भक्त बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. 29 जनवरी को मौनी अमावस्या का बड़ा स्नान महाकुंभ में पड़ रहा है. संभावना है कि इस दौरान करीब 10 करोड़ भक्त महाकुंभ में स्नान के लिए पहुंच सकते हैं. इनमें से कई भक्त काशी की ओर रुख करेंगे. इस वजह से काशी के लिए 29 जनवरी यानी मौनी अमावस्या का दिन भारी भीड़भाड़ का दिन हो सकता है. इसके बाद 3 फरवरी को बसंत पंचमी का स्नान पड़ रहा है. इस दौरान भी बड़ी संख्या में भक्त महाकुंभ से काशी पहुंच सकते हैं. इस वजह से बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. इसके चलते ही कक्षा 1 से 12वीं तक के स्कूल 5 फरवरी तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. संभावना जताई जा रही है कि 12 फरवरी को महाकुंभ में पूर्णिमा स्नान के बाद भारी भीड़ बनारस आ सकती है. हालांकि इस संबंध में अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है.

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काशी भीड़ से ठसाठस
10 लाख से ज्यादा पर्यटक रोज पहुंच रहे हैंः दरअसल महाकुंभ में प्रयाग पहुंचने वाले श्रद्धालु वाराणसी में भी गंगा स्नान और बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आ रहे हैं. लगभग आंकड़ों की बात करें तो 10 लाख से ज्यादा पर्यटकों की संख्या बनारस में है. इस वजह से शहर में बड़ी जाम की स्थिति देखी जा रही है. जाम में स्कूली बस फंसने से बच्चों को न सिर्फ समय से स्कूल जाने में दिक्कत हो रही है बल्कि घर पहुंचने में भी काफी परेशानियां हो रही है. इस भीषण जाम की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया है.

काशी में मंदिरों में दर्शन के लिए भक्तों को घंटों अपनी बारी का इंतजार करना पड़ रहा.

सावन के सोमवार पर 3 से 5 लाख भक्त पहुंचते हैं: अगर इस भीड़ की तुलना सावन के सोमवार से की जाए तो पाएंगे कि सावन के सोमवार पर औसत 3 से 5 लाख तक भक्त बाबा विश्वनाथ के दर्शन करते हैं. अब तो रोज 10 लाख से ज्यादा लोग काशी पहुंच रहे हैं. इस वजह से यह भीड़ सावन के सोमवार से भी अधिक कही जा रही है. ज्यादा भीड़ होने के कारण काशी की गलियां और सड़कों पर जाम अब आम हो गया है. इससे सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को हो रही है.

हर तरफ लोग ही लोग नजर आ रहे काशी में.

अब 5 फरवरी तक ऑनलाइन चलेगी क्लासः वाराणसी जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए आदेश में बताया गया है कि वाराणसी में आवागमन और यातायात को सुगम बनाए रखने के तहत 27 जनवरी से लेकर 5 फरवरी तक वाराणसी नगर क्षेत्र के कक्षा एक से 12 वीं तक के विद्यालय को बंद रखा गया है. बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो इसके लिए ऑनलाइन माध्यम से कक्षाओं को संचालित करने का निर्देश दिया गया है ताकि बच्चे घर में रहकर पढ़ाई कर सके.

10 लाख से ज्यादा भक्त काशी पहुंच रहेः दरअसल महाकुंभ के बाद काशी में पलट प्रवाह की तस्वीर नजर आ रही है. लाखों की संख्या में लोग बनारस के मंदिर और घाट पहुंच रहे हैं. इसकी तस्वीर विश्वनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं के जन सैलाब के रूप में नजर आ रही है. बनारस में आ रही लाखों की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन के जरिए बाहरी नंबरों की गाड़ियों को जहां शहर में प्रतिबंधित किया गया है, वहीं शहर में कई जगह रूट डायवर्जन भी रखा गया है. यदि आज बनारस की तस्वीर की बात कर ले तो लगभग 10 लाख से ज्यादा की संख्या में काशी में पर्यटकों का आगमन हुआ है. यही वजह है कि विश्वनाथ धाम में लगभग 2 किलोमीटर लंबी लाइन बाबा के दर्शन के लिए लगी थी,जहां भक्त अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे.

रूट डायवर्जन भी लागूः ग़ौरतलब है कि महाकुंभ के पलट प्रवाह के मद्देनजर जिले में शुक्रवार की रात 12 बजे से पांच फरवरी की रात तक के लिए ट्रैफिक एडवाइजरी लागू की गई है. इसके तहत सिटी और ई-बस सेवा का संचालन कमिश्नरेट के 11 थाना क्षेत्र में पांच फरवरी तक स्थगित रहेगा. इनमें आदमपुर, जैतपुरा, कोतवाली, चौक, दशाश्वमेध, लक्सा, सिगरा, चेतगंज, भेलूपुर, लंका और चितईपुर थाना क्षेत्र शामिल हैं.

बाहरी गाड़ियों का प्रवेश प्रतिबंधितः बाहरी जनपदों से आने वाली रोडवेज और प्राइवेट बसें शहर के अंदर प्रवेश नहीं दिया जाएगा. इसके साथ ही वाराणसी ग्रामीण, काशी, कैंट, सोनभद्र, विंध्यनगर और चंदौली रोडवेज डिपो की बसें ही सिर्फ मोहनसराय, चांदपुर, लहरतारा से होते हुए कैंट तक आएंगी. वहीं, आजमगढ़, जौनपुर और गाजीपुर की रोडवेज, प्राइवेट बसों को हरहुआ तक ही आने दिया जा रहा है, उसके बाद इलेक्ट्रॉनिक बस के जरिए यात्रियों को गिलट बाजार होते हुए छोटी कटिंग मेमोरियल ग्राउंड तक आने की अनुमति है. बनारस में रहने वाले UP65 k नंबरों को रियायत दी गई है.

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