यूपी में केंद्रीय बजट पर पक्ष-विपक्ष ने ये कहा; मायावती ने बताया निराशापूर्ण, अखिलेश बोले- बजट के आंकड़ों से ज्यादा जरूरी महाकुंभ में हुई मौतों की सही संख्या – REACTION ON UNION BUDGET
यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा- आम आदमी का बजट, अर्थव्यवस्था में नंबर एक होगा भारत
केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया.
केंद्रीय बजट पर प्रतिक्रिया.
लखनऊः केंद्रीय बजट पर यूपी में राजनीतिक दलों ने अलग-अलग राय जाहिर की है. एक तरफ भाजपा के नेताओं ने जहां बजट की सराहना की है, वहीं, विपक्ष ने निराशा जाहिर की है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने बजट को निराशाजनक बताया है. वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि महाकुंभ भगदड़ में हुई मौतों की संख्या जानना जरूरी है, न कि बजट के आंकड़ों को जानना.
अखिलेश ने कहा है कि, हमारे लिए आम बजट के आंकड़ों से ज्यादा जरूरी है महाकुंभ में जिन लोगों की जान गई है, वह आंकड़े. जो आंकड़े बताए जा रहे हैं वह झूठे हैं. योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है- जो सबसे बड़ी परंपरा का आयोजन नहीं कर पा रहे, वह क्या दुनिया में अर्थव्यवस्था बन पाएंगे. आप लोगों को स्नान न करा पाएं, क्या यह विकसित भारत की परिभाषा है?
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बजट को निराशाजनक बताया है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा है- अगर सरकार का बजट इतना देश हित में है तो आखिर लोगों के जीवन में लगातार तंगहाली और बदहाली क्यों है. बसपा सुप्रीमो ने कहा है- देश में महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी की जबरदस्त मार के साथ ही सड़क, पानी, शिक्षा, सुख शांति आदि के लिए जरूरी बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण लगभग 140 करोड़ की भारी जनसंख्या वाले भारत में लोगों का जीवन काफी त्रस्त है. जिसका केंद्रीय बजट के माध्यम से भी निवारण होना जरूरी. लेकिन भारत सरकार का भी बजट कांग्रेस की तरह राजनीतिक स्वार्थ का अधिक व जन एवं देशहित का कम लगता है. विकसित भारत का सपना बहुजनों के हित का भी होना चाहिए.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के आम बजट पर यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा है कि, यह आम आदमी का बजट है. यह गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति का बजट है. यह बजट देश की अर्थव्यवस्था को विश्व में नंबर एक पहुंचने में सहायक साबित होगा. डिप्टी सीएम ने कहा कि, मोदी सरकार द्वारा लाया गया ये बजट, एक दूरदर्शी बजट है, जो विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने में मददगार साबित होगा. आत्मनिर्भर भारत का यह बजट स्वतंत्रता के 100वें वर्ष के नए भारत की नींव बनेगा. इस बजट में देश के हर वर्ग का ध्यान रखा गया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में यह बजट भारत को विश्व की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनाने में सहायक सिद्ध होगा. यह बजट गरीबों, युवाओं, किसानों और महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगा.
कांग्रेस ने कहा- किसी चतुर बनिया ने बनाया बजट : केंद्र सरकार की ओर से पेश हुए बजट 2025 को लेकर कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि बजट 2025 देखकर लगता है कि किसी चतुर बनिया ने बनाया हो. कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि बजट में जिनकी आय 12 लाख,18 लाख 25 लाख तक है, उनको छूट दी गई है , छूट भी उन्हें जो आसानी से टैक्स दे सकते हैं.र यदि आपकी आय 12 लाख से कम है तो कोई राहत नहीं, अब ऐसे दौर में 12 लाख कौन कमा रहा है, जब बेरोजगारी- मंहगाई चरम पर है, समझ सकते हैं ? कहा कि बजट में आधारभूत जरूरत स्वास्थ्य को बजट का कुल 1.94 प्रतिशत मिला इससे अंदाजा लगा लीजिए.
अंशु अवस्थी ने कहा कि शिक्षा का भी पिछले बजट 2.60 % से घटाकर 2.53% कर दिया. इसी तरह ट्रांसपोर्ट घटाकर 11.28% से 10.83 % कर दिया है. भारत की 75 प्रतिशत आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में बसती है. जिसका बजट भी घटाकर 5.51 % से 5.26 % कर दिया. वहीं, डिजिटल इंडिया का नारा देने वाले झूठे भाजपाइयों ने उसका बजट घटा दिया. आईटी और टेलीकॉम का बजट घटाकर 2.41% से 1.88 % प्रतिशत कर दिया. इसे साफ पता चलता है कि यह सरकार सिर्फ उद्योगपतियों की चिंता. देश का आम आदमी तो ठगा महसूस कर रहा है. बुजुर्गों के रेल किराए में छूट पहले ही छीन ली. छात्रों को IIT – IIM में पढ़ाई में फीस में राहत की जरूरत थी लेकिन कुछ नही मिला. मनरेगा में भी कोई बढ़ोत्तरी नहीं, बेरहम सरकार आखिर छूट दे भी क्यों.इस सरकार का काम तो सिर्फ चुनिंदा उद्योगपति तक सीमित है.